Wednesday, August 7, 2019

धर्म और राजनीति

धर्म और राजनीति
धर्म और राजनीति सिक्के के दो पहलू हैं. इतिहास साक्षी है, धर्म को राजनीति से पृथक नहीं किया जा सकता. धर्म को राजनीति से अलग घनी आबादी से परे स्थित किसी विपस्सना केंद्र में बैठा कोई साधक ही सोच सकता है. 
जब तक बीएसपी दो-तीन स्टेट में अपने अथवा दूसरी पार्टियों के सहयोग से सत्ता पर काबिज नहीं हो जाती, सामूहिक धर्मांतरण असंभव है. बीजेपी को बीएसपी ही जवाब दे सकती है- by hook or by crook.

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