Tuesday, August 27, 2019

इमरान की धमकी

इमरान की धमकी 
कमजोर तभी मरने-मारने की बात करता है, जब बल का प्रयोग उसके अस्तित्व पर बन आता है. कश्मीरी नुमाईन्दों सहित पाक से बातचीत के दरवाजे बंद करना मोदी सरकार के लिए आत्मघाती कदम भी हो सकता है. आप पाकिस्तान की नाके-बंदी कर सकते हैं, अधिक समय तक अपनो की नहीं. 
इमरान अब तक अपनी वाणी और कर्म में गंभीर रहें हैं, अत: 'किसी भी हद तक जाने' वाली उनकी धमकी को हलके से लेना गलत होगा. 
युद्ध अमेरिका जैसे देशों के लिए फायदेमंद होता है. फर्क ट्रम्प को नहीं भारत की जनता को पड़ना है. नेता बेहद सुरक्षा में होते हैं मगर रोजी-रोटी के लिए सडकों पर रेंगते लोग नहीं.

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