Amrit Ukey
Sunday, November 24, 2019
परिवर्तन के आसार
मत
परेशां हों
लोग,
जानेंगे, समझेंगे
यकीन करो
कल
और आज में
बहुत अंतर है
लोग
समझ रहे हैं
आ रहे हैं
अपने इतिहास को
जान रहे हैं
पढ़ रहे हैं
बच्चों को
पढ़ा रहें हैं
व्यर्थ नहीं है, बाबा
"शिक्षित बनों"
तेरा मन्त्र.
और फिर,
इसके बिना
रास्ता भी तो
नहीं
दूसरा ?
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