Wednesday, April 20, 2011

ऊंचाईयों की ओर



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       Dr Hemlata Mahiswar







              कभी-कभी ऐसा होता है कि कुछ हस्तियाँ आपके आस-पास जीती है और आपको पता नहीं होता. कई बार ऐसा होता है कि कुछ हस्तियाँ आपके आस-पास पलती है.आप गली में साथ-साथ खेलते हैं और एकाएक, फिर वे तड से आसमान में उछलती है और किसी तारे की तरह चमकने लगती है.लोग, तब फक्र के साथ कहते  हैं कि यह फोटो उनके साथ की है. किन्तु, कई बार इससे भी अलग होता है. आपके बीच का ही कोई शख्स कदम-ब-कदम कड़ी मेहनत करता हुआ आसमान की उंचाइयां छू जाता है और तब,साथ के लोग, रिश्ते-नाते काफी पीछे छूट जाते हैं.
            डा. हेमलता महिस्वर, यूँ तो मेरी भांजी है; परन्तु,मेरा मामा वाला कद अब मुझे काफी बौना लगता है.ऐसा लगता है कि मामा वाले ऊँचे कद को छाते की तरह खूंटी में टांग दूँ और बरसाती ओढ़ कर अपने बौनेपन को जस्टीफाई करूँ.
               
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