पिछली 24 जन को हम लोग बालाघाट(म प्र ) में थे। वहाँ, मेरी भांजी पूर्वा (पिंकी) की सगाई का कार्यक्रम था। उसने अभी हाल-फ़िलहाल ही बी एच एम एस किया है। उसका रिश्ता जिस लड़के से तय हुआ है , वह किसी प्राइवेट कंसर्न में केमिस्ट है। शायद, उसने केमिस्ट्री में इंजीनियरिंग किया है। ज्वॉब ठीक है। लड़का सुन्दर है, परिवार भी समृद्ध और वेल एजुकेटेड है।
हमारे समाज में आजकल लड़किया भी उच्च मेडिकल और तकनीकी शिक्षा ले रही हैं। हर माँ-बाप इस बात की चिंता किए बगैर कि वह लड़का है या लड़की , बराबरी से पढ़ा रहा है। इस उच्च शिक्षा की दौड़ में बल्कि , देखा जाता है कि लड़के पीछे छूट रहे हैं। शादी के समय कई जगह तो लड़की, लड़के के समकक्ष या उससे ज्यादा पढ़ी-लिखी होती है।
तय यह हुआ कि सगाई का कार्यक्रम घर में न करते हुए होटल में आयोजित किया जाए। यद्यपि, होटल या उसके लॉन का तगड़ा खर्च आता है मगर, आयोजन-कर्ता को सारे ताम-झाम से छुट्टी मिल जाती है। मेहमानों की तरह आप भी सज के चले जाओ और प्रोग्राम का आनंद उठाओ। होटल वाले सारी चीजे मुहैया करा देते हैं।
वैसे, खर्च में कोई खास बढ़ोत्तरी नहीं होती। सिलेक्टेड मेहमान होते हैं। अगर घर में करते हैं तो फिर, मेहमानों में आप छटनी नहीं कर पाते। समाज और दीगर जान -पहचान के सगे-संबंधी तो है ही।
तय यह हुआ कि सगाई का कार्यक्रम घर में न करते हुए होटल में आयोजित किया जाए। यद्यपि, होटल या उसके लॉन का तगड़ा खर्च आता है मगर, आयोजन-कर्ता को सारे ताम-झाम से छुट्टी मिल जाती है। मेहमानों की तरह आप भी सज के चले जाओ और प्रोग्राम का आनंद उठाओ। होटल वाले सारी चीजे मुहैया करा देते हैं।
वैसे, खर्च में कोई खास बढ़ोत्तरी नहीं होती। सिलेक्टेड मेहमान होते हैं। अगर घर में करते हैं तो फिर, मेहमानों में आप छटनी नहीं कर पाते। समाज और दीगर जान -पहचान के सगे-संबंधी तो है ही।
पूरा कार्क्रम बहुत ही सुरुचि पूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ। शहर के बीच राजहंस होटल का मेन हॉल इसके लिए बुक था। होटल मालिक गुप्ताजी बार बार मेहमानों से पूछ रहे थे कि उन्हें किस चीज कि आवश्यकता हैं ?
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