Wednesday, March 14, 2012

बहुजन समाज पार्टी के स्थानीय निकाय चुनाव न लड़ने की घोषणा

बहुजन समाज पार्टी के स्थानीय निकाय चुनाव न लड़ने की घोषणा
       उ.प्र. के विधान सभा चुनाव में बसपा को करारी हार का सामना करना पड़ा. चुनाव के नतीजों की घोषणा के तुरंत बाद से ही प्रदेश में बसपा के लोगों पर बड़े पैमाने पर हमले किये जाने की खबरे मिडिया में आने लगी. सपा जो 'गुंडा राज' के लिए जानी जाती है, के द्वारा बसपा के वोटरों और कार्य-कर्ताओं पर अत्याचार किये जाने की कई घटनाएँ सामने आयी.
      उक्त स्थिति के मद्दे-नजर पूर्व मुख्य मंत्री मायावती ने बसपा के अखिल भारतीय कार्य-कर्ता सम्मेलन में घोषणा की कि पार्टी आगामी स्थानीय निकायों के चुनाव नहीं लड़ेगी. अपनी बात को स्पष्ट करते हुए मायावती ने बतलाया कि इन चुनावों में भारी हिंसा की आशंका को देखते हुए उन्होंने यह फैसला लिया है. चूँकि, स्थानीय चुनावों में केन्द्रीय सुरक्षा बल नहीं होते, इसलिए उन्हें यह फैसला लेना पड़ा.
     बसपा सुप्रीमो मायावती के बयान को हल्के से नहीं लिया जाना चाहिये. बसपा और सपा के बीच के  राजनैतिक-संघर्ष को सिर्फ राजनैतिक कहना गलत होगा, जैसे की अन्य पार्टियों में होता है. सामाजिक धरातल पर भी यह उतना ही कडुवाहट भरा है. देखे, चुनाव आयोग मायावती के डर को कितनी संजीदगी से लेता है.

No comments:

Post a Comment