Friday, December 7, 2012

कोलगेट

"हेलो, आजकल 'कोलगेट' बहुत ज्यादा कवरेज में है ?"
"जी, कवरेज में आप भी हो सकते हैं ?"
"कैसे ?"
"जी, शुल्क अदा कर। इसे आप किसी विज्ञापन के तौर पर दे सकते हैं।"
"ओके। शुल्क कितना होगा ?"
"यह कवरेज पर निर्भर है।"
"ओके। तब तो कवरेज ब्लाक भी हो सकता है ?"
"बिजनेस में सब चलता है।"
"ओके। आप ब्लाक करने के कितने लेंगे ?"
"10 करोड़।"
"ओके। कल आईये।"

"नमस्कार।"
"आईये, आईये जी।"
"सर, बॉस 10 करोड़ में नहीं मान रहे हैं। आपको 100 करोड़ लगेगा।"
"आप किसकी बात कर रहे हैं ?"
"जी कोलगेट का कवरेज रोकने की।"
"यू मीन, आप हमें ब्लेकमेल कर रहे हैं ? कोलगेट का कवरेज रोकने के एवज में आप लोग हम से 100 करोड़ मांग रहे हैं ?"
"आप कैसी बात कर रहे हैं ? क्या कल आपने 10 करोड़ देने की बात नहीं की थी ?"
"बिलकुल गलत। हम ने ऐसा कुछ नहीं कहा था।"
"आप बकवास कर रहे हैं ?"
"बकवास आप लोग कर रहे हैं। आप लोग एक टी वी चेनल खोल कर हम जैसे कार्पोरेट जगत के लोगों को खरीदने की बात कर रहे हैं।"




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