30 . 12 . 2013
चलो भी, चलते हैं
रास्ते -
कहीं पीछे न छूट जाए
मुलाकात; हो भी सकती है
और नहीं भी
आगे -
बढ़ो भी,
अब पीछे कौन जाए ?
-अ ला उके
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चलो भी, चलते हैं
रास्ते -
कहीं पीछे न छूट जाए
मुलाकात; हो भी सकती है
और नहीं भी
आगे -
बढ़ो भी,
अब पीछे कौन जाए ?
-अ ला उके
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