बाबासाहब डा अम्बेडकर ने बहुत ही कठिन परिस्थितियों में उच्च शिक्षा प्राप्त की थी और शिक्षा के महत्त्व को जाना था और इसलिए, वे चाहते थे कि उनके लोग अधिक से अधिक शिक्षित हों।
अपने समाज की उन्नति के बाबासाहब डा अम्बेडकर ने कहा- 'शिक्षित बनो, संघर्ष करो, संगठित हों'। सामाजिक उन्नति के इस महावाक्य में बाबासाहब डॉ अम्बेडकर ने 'शिक्षा' को प्रथम स्थान दिया ।
पीपुल्स एजुकेशन सोसायटी - 1945 में उन्होंने इसके लिए 'पीपुल्स एजुकेशन सोसायटी' की स्थापना कर मुंबई में 'सिद्धार्थ महाविद्यालय' और औरंगाबाद में 'मिलिंद महाविद्यालय' शुरू किए।
सिद्धार्थ कॉलेज समूह-
बाबासाहब आंबेडकर ने बम्बई में 'मेकवा' और 'अलबर्ट' नाम की दो इमारतें खरीदी और उनके क्रमश: 'बुद्ध भवन' और 'आनंद भवन' नाम रखे। इन्हीं में 'सिद्धार्थ कॉलेज समूह' का सञ्चालन किया गया जिसके अंतर्गत आज मुम्बई में सिद्धार्थ कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स एंड साइंस, सिद्धार्थ कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स एंड इकनॉमिक्स, सिद्धार्थ कॉलेज ऑफ़ लॉ, सिद्धार्थ कॉलेज ऑफ़ जर्नलिस्म, सिद्धार्थ इंस्टीट्यूट ऑफ़ कॉमर्स, सिद्धार्थ नाईट स्कूल चल रहे हैं।
मिलिंद कॉलेज समूह-
बाबासाहब डा अम्बेडकर ने औरंगाबाद में अपने हाथों फावड़ा चला कर मिलिंद कॉलेज समूह स्थापित किया था । आज मिलिंद कॉलेज समूह में - मिलिंद कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स, मिलिंद कॉलेज ऑफ़ साइंस, मिलिंद मल्टी-पर्पज है स्कूल चल रहे हैं। इसके आलावा 'पीपुल्स एजुकेशन सोसायटी' से सम्बद्ध अन्यत्र 'डॉ बाबासाहब अम्बेडकर कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स, साइंस एंड कॉमर्स महाड़', 'डॉ बाबासाहब अम्बेडकर कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स बडाला', 'डॉ बाबासाहब अम्बेडकर कॉलेज ऑफ़ लॉ औरंगाबाद', 'डॉ बाबासाहब अम्बेडकर कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स एंड कॉमर्स औरंगाबाद' चल रहे हैं (वही, पृ 119 )।
अपने समाज की उन्नति के बाबासाहब डा अम्बेडकर ने कहा- 'शिक्षित बनो, संघर्ष करो, संगठित हों'। सामाजिक उन्नति के इस महावाक्य में बाबासाहब डॉ अम्बेडकर ने 'शिक्षा' को प्रथम स्थान दिया ।
पीपुल्स एजुकेशन सोसायटी - 1945 में उन्होंने इसके लिए 'पीपुल्स एजुकेशन सोसायटी' की स्थापना कर मुंबई में 'सिद्धार्थ महाविद्यालय' और औरंगाबाद में 'मिलिंद महाविद्यालय' शुरू किए।
सिद्धार्थ कॉलेज समूह-
बाबासाहब आंबेडकर ने बम्बई में 'मेकवा' और 'अलबर्ट' नाम की दो इमारतें खरीदी और उनके क्रमश: 'बुद्ध भवन' और 'आनंद भवन' नाम रखे। इन्हीं में 'सिद्धार्थ कॉलेज समूह' का सञ्चालन किया गया जिसके अंतर्गत आज मुम्बई में सिद्धार्थ कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स एंड साइंस, सिद्धार्थ कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स एंड इकनॉमिक्स, सिद्धार्थ कॉलेज ऑफ़ लॉ, सिद्धार्थ कॉलेज ऑफ़ जर्नलिस्म, सिद्धार्थ इंस्टीट्यूट ऑफ़ कॉमर्स, सिद्धार्थ नाईट स्कूल चल रहे हैं।
मिलिंद कॉलेज समूह-
बाबासाहब डा अम्बेडकर ने औरंगाबाद में अपने हाथों फावड़ा चला कर मिलिंद कॉलेज समूह स्थापित किया था । आज मिलिंद कॉलेज समूह में - मिलिंद कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स, मिलिंद कॉलेज ऑफ़ साइंस, मिलिंद मल्टी-पर्पज है स्कूल चल रहे हैं। इसके आलावा 'पीपुल्स एजुकेशन सोसायटी' से सम्बद्ध अन्यत्र 'डॉ बाबासाहब अम्बेडकर कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स, साइंस एंड कॉमर्स महाड़', 'डॉ बाबासाहब अम्बेडकर कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स बडाला', 'डॉ बाबासाहब अम्बेडकर कॉलेज ऑफ़ लॉ औरंगाबाद', 'डॉ बाबासाहब अम्बेडकर कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स एंड कॉमर्स औरंगाबाद' चल रहे हैं (वही, पृ 119 )।
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