Wednesday, June 27, 2018

पटिसन्धि (मिलिन्द पञ्हो)

भंते नागसेन, अत्थि कोचि मतो न पटिसंदहति?
कोचि पटिसंहति, कोचि न पटिसंदहति। -थेरो आह।
को पटिसंदहति, को न पटिसंदहति ?
सकिलेसो पटिसंदहति महाराज, निक्किलेसो न पटिसंदहति।
त्वं पन भंते, नागसेन, पटिसंदहस्ससि ?
सचे महाराज, सउपादानो भाविस्सामि, पटिसंदहिस्सामि , सचे अनुपादो भाविस्सामि, न पटिसंदहिस्सामि।
कल्लोसि भंते, नागसेन। राजा मिलिन्दो आह। 

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