प्राप्त खबर के अनुसार, महाराष्ट्र के राज्यपाल ने अन्धविश्वास विरोधी अध्यादेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. अब यह देखने की बात है कि विधायिका में यह बिल कैसे पारित होता है ? क्योंकि शिवसेना और बीजेपी इसका समर्थन करने से रही. शिव सेना और बीजेपी का तर्क है कि इस तरह के बिल से तो हिन्दू धर्म और उसकी संस्कृति ही खतरे में पड़ जाएगी.
Source:Loksatta (25 Aug 2013) |
देश में बहुसंख्यक हिन्दू हैं. स्वाभाविक रूप से संविधान की भावना के अनुरूप वैज्ञानिक सोच पैदा करने की जिम्मेदारी हिन्दुओं की है. मगर, हिन्दुओं के ठेकेदार तो फिलहाल 84 पञ्च कोस परिक्रमा में फंसे हैं.
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