Tuesday, September 3, 2013

Maha Mangal Sutta

महामंगल सुत्त 

एवं में सुतं; एकं समयं भगवा सावत्थियं विहरति 

Evam me sutam -ekam samayam bhagavā sāvatthiyam viharati
ऐसा मैंने सुना; एक समय भगवान (बुद्ध) श्रावस्ती के निकट  विहार कर रहे थे। 
Thus have I heard; at one time, the Exalted One was dwelling near Shravasti.

जेतवने अनाथ-पिण्डिकस्स आरामे 
 Jetavane Anātha pindikassa ārāme.
जेतवने (उद्यान) में अनाथ पिंडक (श्रेष्ठी) के (द्वारा बनवाए गए) संघाराम में 
In the Jeta grove at the monestery of Anatha-pindika



अथ खो अंतरा देवता अभिक्कन्ताय रत्तिया , अभिक्कन्तवणा केवलकप्पं 

Atha kho aňňatarā devatā abhikkantāya rattiyā, abhikkantavannā kevalkappam
 उस समय कोई एक दिव्य कान्तिमान देवता जब रात्रि काफी बीत चुकी 
A certain deity whose brilliant appearance; shortly after mid-night

जेतवनं ओभा सेत्वा येन भगवा तेनु'प सङ्कमि   

Jetavanam obhāsetvā yena bhagavā ten’upasankami,
समस्त जेतवन को आलोकित करते हुए (जहाँ भगवान रहते थे ) के सम्मुख उपस्थित हुआ। 
Illuminating the entire Jeta grove, came to the Exalted One



उपसङ्क् मित्वा भगवन्तं अभिवादेत्वा  एकमतं अट्ठासि 

Upasankamitvā bhagavantam abhivādetvā ekamantam atthāsi.
(इस तरह ) उपस्थित हो , भगवान् को अभिवादन कर एक ओर खड़ा हो गया। 
.After approaching, he respectfully bowed to the Exalted One and stood one side.

एकमतं ठिता खो सा देवता भगवन्तं गाथाय अज्झभासि   

Ekamaantam thitā kho sā devatā bhagavantam gāthāya ajjhābha’si -
एक ओर खड़े हो कर उस देवता ने गाथा में भगवान् से कहा -
After standing so, deity addressed the Exalted One-

देवता (Deity)-
बहु देवा  मनुस्सा  च , मङ्गलानि अचिन्तयुं

Bahū devā manussā ca, mangalāni acintayum
कितने ही देव और मनुष्य मङ्गल धर्मो के संबन्ध में चिंतन करते रहे हैं
Many deities and humen are pondering over happiness

आकङ्खमाना  सोत्थानं , ब्रुहि मङ्गल मुत्तमं

Åkankhamānā sotthānam, brūhi mangalammuttamam
कल्याण की आकांक्षा रखते हुए मुझे बतलाइए कि उत्तम मङ्गल क्या है ?
Desiring their well-being, please tell me the greatest happiness ?

भगवान (Buddha reply)-
Photo: www.thaibuddhist.com
असेवना च बालानं , पंडितानञ्च सेवना

Asevanā ca bālānam, panditānaň ca sevanā
मूर्खों की संगति न करना , पंडितों (ज्ञानियों ) की संगति करना
Not to associate with fools, associating with the wise

पूजा च पूजनीयानं , एतं मङ्गल मुत्तमं।

Pūjā ca pūjanīyānam, etam mangalamuttamam
और पूजनियों की पूजा करना, यही उत्तम मङ्गल है। 
And honoring those worthy of honor, this is the greatest happiness.

पतिरूप देस वासो च,  पुब्बे च कत पुञ्ञता    

Patirūpa desa vāso ca, pubbe ca kata puňňatā
उपयुक्त स्थान में निवास करना , पूर्व में किए गए कुशल कर्मों का संचित  होना 
To reside in a suitable locality, having done meritorious deeds in the past

अत्त सम्मा पणिधि च , एतं मङ्गल मुत्तमं 

Atta sammā panidhi ca,etam mangalmuttamam
और अपने आप को सम्यक मार्ग पर आरूढ़ करना , यही उत्तम मङ्गल है। 
And setting oneself in the right direction, this is the greatest happiness.

बाहु सच्चं च  सिप्पंच च, विनयो च सुसिक्खितो

Bāhusaccaň ca sippaň ca, vinayo ca susikkhito
अनेक शिल्प कलाओं को सीखना , विनीत और सुशिक्षित होना
To learn arts and handicraft, being educated and well-mannered

सुभाषिता च या वाचा , एतं मंगल मुत्तमं

Subhāsitā ca yā vācā, etam mangalmuttamam
वाचा से सुभाषित होना , यही उत्तम मङ्गल है।
And speaking pleasantly, this is the greatest happiness.

माता- पितु उपट्ठान , पुत्तदारस्स सङ्गहो

Mātā pitu upatthānam, puttadārass sangaho
माता-पिता का वरद् हस्त होना , पुत्र और स्त्री (परिवार )का साथ में होना
The support of mother-father, to look-after wife and childern

अनाकुलाच कम्मन्ता, एतं मंगल मुत्तमं

Anākulā ca kammantā, etam mangalmuttamam
और अनाकुल ( कुल असम्मत) कर्मों का न करना , यही उत्तम मंगल है।
And not doing unlawfull occupations, this is the greatest happiness.

दानंच धम्म चरिया च ,  नातकानञ्च  सङ्गहो

Dānan ca dhammacariyā ca, nātakānaň ca sangaho
दान देना ,  धम्माचरण करना , जाति-बांधवों का साथ होना
Generosity and righteous conduct, helping of one's relatives

अनवज्जानि कम्मानि , एतं मङ्गल मुत्तम

Anavajjāni kammāni, etam mangalamuttam
अनवज्जानि (अन वर्जित) कम्मानि (कर्म करना ) यही उत्तम मंगल है।
And avoiding harmful action, this is the greatest happiness.

आरति विरति पापा , मज्जपाना च संयमो

Ąrati virati pāpā, majjapānā ca saňňamo
पाप से विरत  रहना, मज्ज पाना (मदिरा-सेवन ) से संयम रखना
To cease and abstain from evils, refraining from taking intoxicants

अप्पमादो च धम्मेसु , एतं मङ्गल मुत्तमं

Appamādo ca dhammesu, etam mangalamuttamam
धम्म-पालन में अप्रमादी रहना, यही उत्तम मंगल है।
Being diligent in virtuous practices, this is the greatest happiness.

गारवो च निवातो च, सन्तुट्ठी च कतुञ्ञता

Gāravo ca nivāto ca, santutthi ca kataňňutā
पूज्जनीय को गौरव देना, विनम्र रहना, संतुष्ट रहना कृतज्ञ होना
Being respectful,humble, content and greatful

कालेन धम्मसवनं , एतं मंगल मुत्तम

Kālena dhamma-ssavanam, etam mangalamuttamam
उचित समय पर धम्म का श्रवण करना , यही उत्तम मंगल है
And hearing the Dhamma right time, this is the greatest happiness.

खंती च सोवचस्सता , समणानञ्च दस्सनं

Khantī ca sovacassatā, samanānaň ca dassanam

खंती (क्षमा शील ) होना, आज्ञाकारी होना , श्रमणों का दर्शन
Being patience, obedience, visiting to spiritual people

कालेन धम्म साकच्छा , एतं मङ्गल मुत्तमं

Kālena dhamma-sākacchā, etam mangalqamuttamam
उचित समय पर धम्म साकच्छा (की चर्चा ) करना यही उत्तम मंगल है।
Discussing dhamma at the right time, this is the greatest happiness.

तपो च ब्रह्म चरियञ्च , अरिय सच्चान दस्सनं

Tapo ca brahmacariyaňca, ariya-saccāna dassanam
तप ब्रह्मचर्य का पालन करना अरिय सच्चान (आर्य सत्यों का ) दर्शन करना
Exercising discipline, living a religious life; perceiving the Noble Truth

निब्बान सच्छि किरिया च, एतं मङ्गल मुत्तमं

Nibbāna-sacchikiriyā ca, etam mangalamuttamam
निर्वाण का साक्षात्कार करना , यही उत्तम मंगल है।
 And realizing Nibbana, this is the greatest happiness.

फुट्ठस्स लोक धम्मेहि , चित्तं यस्स न कम्पति

Phutthassa loka-dhammehi, cittam yassa Na kampati
फुट्टस्स लोक धर्म (लाभ-अलाभ, सुख-दुःखादि ) से चित जिसका कम्पित नहीं होता
Experiencing worldly condition, once's mind is not shaken


असोकं   विरजं खमं , एतं  मंगल मुत्तमं

Asokam virajam khemam, etam mangalamuttamam
दुःख और वासना से मुक्त  रहता है , यही उत्तम मंगल है।
Free from sorrow and passion, this is the greatest happiness.

एतादिसानी कत्वान , सब्बथम पराजिता

Etādisāni katvāna, sabbatthamparājitā
जो इस प्रकार के कार्य करते हैं , सर्वत्र अपराजित रहते हैं
 Those who follow this path, remains undefeated every where

सब्बथ सोत्थी गच्छन्ति तं , एतं मंगल मुत्तमं

Sabbattha sotthim gacchanti, tam, tesam mangalamuttamam’ti
जहाँ कहीं जाते हैं, वे अपना मंगल पाते हैं , यही उत्तम मंगल है।
They find well-being every where, this is the greatest happiness.
-------------------------------------------------------------------
(1) जेतवनाराम- यहाँ पर भ. बुद्ध ने अधिकतर वर्षावास किए थे। इसी जेतवना राम में भ. बुद्ध ने बीमार भिक्षु की सेवा की थी और इसी विहार में मृत बच्चे को गोद में लेकर जार-बेजार रोती किसागोतमी को 'अनित्यता' का उपदेश दिया था।
(2) अनाथपिंडक - भ. बुद्ध से दीक्षा लेने से पहले इनका नाम सुदत्त था।  आपने राजकुमार जेत का उद्यान खरीद कर उस में एक विहार का निर्माण कराया था जिसे बाद में 'जेतवनाराम' कहा गया। 
(3) 'पुब्बे च पुञता'  का अर्थ पूर्व-जन्म के कर्म न हो कर पूर्व/भूतकाल के संचित पुण्य (अच्छे ) कर्मों से है।
(4) 'आर्य' शब्द तब,  श्रेष्ठ के अर्थ में रूढ़ था। 
(5) लोक धर्म 8 प्रकार के होते हैं -1 .सुख-दुःख 2 लाभ-हानि 3.मान-अपमान 4 . प्रशंसा-निंदा

1 comment: