Monday, January 29, 2018

प्रज्ञागिरी बुद्धविहार डोंगरगढ(Pragyagiri Buddha Vihar Dongargarh)


मुम्बई-हावड़ा रेल अथवा बस मार्ग से अगर आप जा रहे हैं तो रायपुर-राजनांदगांव के करीब आपको दूर से ही ऊंची पहाड़ी पर भगवान बुद्ध की विशाल प्रतिमा के दर्शन हो सकते हैं, बशर्त आप चाहें। बस, समझिए, यही धम्मनगरी डोंगरगढ़ है।


भारत के बौद्ध तीर्थ-स्थलों में डोंगरगढ़ के  प्रज्ञागिरी बुद्धविहार का अपना स्थान  है। यह पहाड़ी पर करीब 300 मी. की ऊँचाई पर स्थित है।
यहां पहुंचने के लिए डोंगरगढ़ रेल्वे-स्टेशन अथवा बस-स्टेण्ड से आटो-रिक्सा लेकर पर्यटक सीधे आ सकते हैं।     


डोंगरगढ़, छत्तिसगढ़ की राजधानी रायपुर से करीब 100 की. मी. दूरी पर मुम्बई-हावड़ा रेल मार्ग में स्थित है।
पहाड़ी पर चढ़ने लिए निर्मित घुमावदार चौड़ी-चौड़ी 225 सिढ़ियां जंगली-पेड़ और चट्टानों से पर्यटकों को रूबरूं कराती हुई स्फूर्ति प्रदान करती है। आप 300 मी. दूरी कैसे फलांग लेते हैं, पता ही नहीं लगता। 
ऊपर पहाड़ी से नीचे बसी डोंगरगढ़ नगर आबादी के साथ-साथ अन्य  पहाड़ियों का प्राकृतिक नजारा देखते बनता है। दूर स्थित पहाड़ियों पर भी मंदिर नजर आते हैं। प्रसिद्ध बम्बलेस्वरी देवी का मंदिर इन्हीं में से एक है।

प्रस्तर प्रज्ञागिरी पहाड़ी के बीच  बुद्ध की विशाल प्रतिमा पद्मासन में विराजमान है। यह 30  फीट ऊँची प्रतिमा सन  1998  में स्थापित की गई थी। यहाँ का  दृश्य बेहद खुबसूरत और गरिमामय है। प्रतिमा के नीचे बैठकर आप असीम उर्जा और शांति का अनुभव करते हैं। यहां एक छोटा-सा बुद्ध विहार भी है।

No comments:

Post a Comment