Amrit Ukey
Monday, July 1, 2019
सूर्योदय होगा
छटेगी
कभी तो कालिमा
और होगा सूर्योदय
कब तक ढके रहोगे,
रोशनी को ?
मत भूलों,
जब तक ढके रहोगे,
जलेंगे तुम्हारे ही हाथ
दबी ऊष्मा से ?
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