स्तूप: डॉ राजेन्द्र प्रसाद सिंह
सिंधु
घाटी सभ्यता से अनेक स्तूप मिलते हैं, मगर गौतम बुद्ध की मूर्ति एक भी नहीं
मिलती है। इसलिए कि ये स्तूप गौतम बुद्ध से पहले के बने हुए हैं। इतिहासकार गलत
बता रहे हैं कि ये स्तूप कुषाण काल के हैं। यदि ये स्तूप कुषाण काल के होते तो
सिंधु घाटी की गली- गली, हर
चौक- चौराहे गौतम बुद्ध की मूर्तियों से पटी हुई होती। - डॉ राजेन्द्र प्रसाद सिंह
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