Tuesday, February 23, 2021

पालि सीखें -

 सरलानि वाक्यानि 1. लड़का सड़क पर खेल रहा है।

दारको मग्गे कीळति।

2. लड़कियां तालाबों में मछलियां देखती हैं।

दारिकायो तळागे मच्छे पस्सन्ति।

3. दारको च दरिकायो पाठसाले पठन्ति.

लड़की और लड़कें पाठशाला में पढ़ते हैं.

4. किसान गावों में रहते हैं।

कसका गामे निवसन्ति।

5. हे किसानों! तुम लोग पुनः कब यहां आओगे?

हे कसका! तुम्हे पुनं कदा अत्थ आगच्छिस्सन्ति?

6. यात्रियों! तुम लोग अभी कहां जा रहे हो?

पथिका! तुम्हे इदानि कुत्थ गच्छथ?

7. मैं आसमान में पक्षियों को देख रहा हूं।

अहं आकासे सकुणानं पस्सामि।

8. यात्री दुनियां में भ्रमण करते हैं।

पथिका लोके भमन्ति।

9. हां, वे भी जा रहे हैं।

आम! ते अपि गच्छन्ति।

10. हम अब आकास में सूरज और चांद नहीं देख पा रहे हैं।

मयं इदानि आकासे सुरियं च चन्दं न पस्सतुं सक्कोम।

11. साधु सदैव पर्वत पर क्यों नहीं निवास करते हैं?

साधु सब्बदा पब्बते कथं न निवसन्ति?

12. हां! पिताजी, हम आज बाग में नहीं खेल रहे हैं।

आम पितु! मयं अज्ज उय्याने न कीळाम।

13. रोगी क्यों नहीं सय्याओं पर सोते हैं?

गिलाना कथं न सयने सयन्ति?

14. हे व्यापारियों! तुम सदैव कहां भटकते रहते हो?

हे वाणिजा! तुम्हे सब्बदा कुत्थ विचरन्ति?

15. बच्चों! तुम तालाब में कुत्तों के साथ सदैव खेलते रहते हो।

बाला! तुम्हे तळागे सुनखेहि सह सब्बदा कीळन्ति।

16. अब शिक्षक व शिष्य विहार में रहते हैं।

इदानि आचरियो च सिस्सो विहारे वसन्ति.

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