संयुक्त राष्ट्र के वियतनाम में चल रहे 16 वे वैशाख (The 16th United Nations Day of Vesak Celebration) के अकैडमिक कॉन्फ्रेन्स में 'दी बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया' (भारतीय बौद्ध महासभा) के विश्व हिंदू परिषद' से जुड़े विश्वस्त डॉ. पी.जी. ज्योतिकर ने अपने कुछ कार्यकर्ता मेरा विरोध करने के लिए यहाँ भेजे है। मेरा रिसर्च पेपर ये दी बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर इस कॉन्फ्रेन्स के लिए चुना गया है, इसिलिय मेरे आने-जाने और रहने का सारा इंतेजाम ये संयुक्त राष्ट्र ने किया है।
ज्योतिकर के चुने हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष चंदू पाटिल ये सोच कर यहाँ आये है कि वो भारत के लोगो मे ये बात बता सके के संयुक्त राष्ट्र ने दी बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर उन्हें आमंत्रित किया है. मगर संयुक्त राष्ट्र ने जैसे ही हमे हमारे रजिस्ट्रेशन कार्ड दिए चंदू पाटिल जी की पोल खुल गयी। उनके कार्ड पर लिखा गया है 'Self Funded Delegate' और मेरे कार्ड पर लिखा गया है 'Delegate'। सेल्फ फंडेड डेलीगेट का मतलब यहाँ सबको पता है के किसी डेलीगेट ने इन्हें उनके खुद के खर्चे पर इस कॉन्फ्रेन्स में लाया है। मजे की बात ये है कि मेरा कार्ड देखकर अब वो मुँह और कार्ड दोनों छुपाते घूम रहे है। सच्चाई ज्यादा देर तक छुप नही सकती। राजरत्न आंबेडकर
राष्ट्रीय अध्यक्ष
दी बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया( भारतीय बौद्ध महासभा)
रजि. नं. 3227/04. 05. 1955/ एफ- 982 (मुंबई) दि. 06. 07. 1962
दी बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया( भारतीय बौद्ध महासभा)
रजि. नं. 3227/04. 05. 1955/ एफ- 982 (मुंबई) दि. 06. 07. 1962
No comments:
Post a Comment