Thursday, March 7, 2019

पालि-व्याकरण बहुत सरल है-

पालि-व्याकरण बहुत सरल है
1.संस्कृत की तरह पालि में भी कारक आठ होते हैं. उनकी ‘विभत्ति’(विभक्ति) निम्नानुसार होती है ।
विभत्ति कारक विभक्ति-चिन्ह
1. पठमा------- कर्ता---------------(ने)
2. दुतिया------  कर्म--------------- (को)
3. ततिया--------करण ------------(से, द्वारा)
4. चतुत्थी-------सम्प्रदान------- --(को, के, लिए)
5. पंचमी---------अपादान--------- (से)
6. छट्ठी---------सम्बन्ध ---------(का, के, की)
7. सत्तमी--------अधिकरण---------(मे, पर, पास)
8. आलपन-------सम्बोधन--------- (हे!, अरे!)
...................................
टीप - 1. पंचमी का 'से' दूरी को बतलाता है.
2. कारक और उनकी विभक्तियों को याद रखने का सूत्र-  कर्ता ने, कर्म को, करण से द्वारा, सम्प्रदान को के लिए, अपादान से, संबंध का के की, अधिकरण में पर पास, सम्बोधन हे अजी अरे!

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