तथागत विठ्ठल!
विठ्ठल कोई और नहीं बुद्ध है।
संत नामदेव,संत तुकाराम विठ्ठल को बुद्ध ही कहते है।
पैठन का ब्राम्हण एकनाथ भी विठ्ठल को बुद्ध ही कहता था।
डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जी ने 25 दिसम्बर 1954 को खुले आम कहा था कि पाली भाषा में जिसे पुण्डरीक कहते थे वही शब्द बाद में विठ्ठल को पुंडलिक ,पांडुरंग कहने लगे।
पुण्डरीक यह बुद्ध को ही कहा गया है।
महाराष्ट्र के ओबीसी,मराठा एवं सारा नॉन ब्राम्हण समाज विठ्ठल को मानता है।इस अर्थ में वे सारे के सारे बुद्धिस्ट सिद्ध होते है।
जय तथागत विठ्ठल, पांडुरंग!!
बौध्द अवतारी आम्ही झालो संत । वर्णावया मात नामा म्हणे ।।
-संत नामदेव महाराज
बौध्द अवतार माझिया अदृष्टा । मौनी मुखी निष्ठा धरियेली ।।
-संत तुकाराम महाराज
ऐकोनिया बंका करीत उत्तर । बौध्द अवतार पांडूरंग ।।
-संत नामदेव महाराज
हाती न घेता तलवार । बुध्द राज्य करी जगावर
त्याचे कारण एक प्रचार प्रभावशाली ।।
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