बुध्द के 45 वस्सावास
बुध्द बोधि प्राप्ति के बाद 44 वर्ष जीवित रहे। इन 44 वर्षों में वर्षा ऋतु के तीन महिनों को छोड़कर वे बराबर विचरते रहे। वे जहां-जहां ठहरते, लोगों को उपदेश देते रहे।
वर्ष ई. पू. स्थान
1 527 ऋषि-पतन
2 से 4 526 से 24 राजगृह
5 523 वैशाली
6 522 मंकुल-पर्वत(बिहार)
7 521 त्रायस्त्रिांश
8 520 सुुंसुमारगिरि(चुनार)
9 519 कौशाम्बी(इलाहाबाद)
10 518 पारिलेयक(मिर्जापुर )
11 517 नाला(नालंदा)
12 516 वेरंजा(कन्नौज और मथुरा के बीच)
13 515 चालिय-पर्वत(बिहार)
14 514 श्रावस्ती
15 513 कपिलवस्तु
16 512 आलबी(अरवल, कानपुर)
17 511 राजगृह
18 से 19, 510 से 9 चालिय-पर्वत
20 508 राजगृह
21 से 45, 507 से 483 श्रावस्ती
46 483 वैशाली
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