विधिलिंग में नवों धातु के रूप-
भ्वादिगण-
भू
एकवचन अनेकवचन
उत्तम पुरिस भवेय्यामि भवेय्याम
मज्झिम पुरिस भवेय्यासि भवेय्यात्थ
पठम पुरिस भवेय्य, भवे भवेय्युं
No comments:
Post a Comment