धार्मिक आतंक
बेटी- "पापाजी, हम लोग दीपावली में दिए तो जलाते नहीं हैं। पर क्या मैं थोड़ी-सी रंगोली डाल दूँ ?"
पापाजी- "बात तो वही हो गई। उस दिन बुद्ध जयंती को मैंने कहा था। किन्तु तुमको फुर्सत नहीं मिली। "
बेटी- "पापाजी, उसी दिन आफिस की छुट्टी नहीं थी न ?"
-अ ला ऊके
बेटी- "पापाजी, हम लोग दीपावली में दिए तो जलाते नहीं हैं। पर क्या मैं थोड़ी-सी रंगोली डाल दूँ ?"
पापाजी- "बात तो वही हो गई। उस दिन बुद्ध जयंती को मैंने कहा था। किन्तु तुमको फुर्सत नहीं मिली। "
बेटी- "पापाजी, उसी दिन आफिस की छुट्टी नहीं थी न ?"
-अ ला ऊके
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