भूत काले किरिया पयोगा(6)
1. मक्कटं नच्चन्तं दिस्वा दारका करतलेंसु।
बन्दर को नाचते देख बच्चों ने ताली बजाया।
2. धीतं मधुर सरेन भीमगीतं गायन्तं दिस्वा मात-पितुनो पसन्ना अभविंसु।
बेटी को मधुर स्वर से भीमगीत गाते हुए देख माता-पिता प्रसन्न हुए।
3. कर्मचारियों को दिल से काम करते देख अधिकारी प्रसन्न हुआ।
कम्मकरे चित्तेहि कम्मं करन्तं दिस्वा अधिकारी पसन्नो अभवि।
4. पेड़ से पका आम गिरता देख बच्चें तेजी से दौड़े।
रुक्खस्मा पक्कं अम्बं फलं पतन्तं दिस्वा दारका वेगेहि धाविंसु।
5. रोड़ की ओर अपने बच्चे को जाता देख मां तेजी से दौड़ी।
मग्गपस्से सकं बच्चं गच्छन्तं दिस्वा मातु वेगेन धावि।
6. मुझे बेर खाते हुए देख तुम्हारे मुंह में पानी आया।
बदरी फलानि मं खादन्तं दिस्वा त्वयि मुखे रसं आगच्छि।
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