Amrit Ukey
Monday, March 29, 2021
धर्मान्धता
धर्मान्धता
लोकानं, चिरं याव
लोगों को, लम्बे समय तक
बाल रूपं न सक्का
मूर्ख नहीं बना सकते
धम्मन्धता अपितु
धर्मान्धता किन्तु
एको येव हेतु अत्थि
एक ऐसा हेतु है
यतो जना वंसानुवंस
जिससे लोग पीढ़ी-दर पीढ़ी
बाल रूपं होन्ति.
मूर्ख बने रहते हैं
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