गोवध-
डॉ. भीमराव अम्बेडकर की एक किताब है- अछूत कौन और कैसे?। मैंने मूल अंगेजी से उसका हिन्दी अनुवाद किया। उसमें याज्ञिकों द्वारा गोवध किए जाने की बात लिखी है। मैंने लखनऊ विश्वद्यिालय के संस्कृत विभाग के अध्यक्ष और अपने मित्र डॉ. सत्यव्रत से पूछा-
‘‘क्या यह सब कुछ तुम्हारे ग्रंथों में है?’’
‘‘जी हॉं ! किन्तु पढ़ाते समय हम यह सब छोड़ जाते हैं।’’
(स्रोत- भदन्त आनन्द कोसल्यायनः वेद से मार्क्स तक, पृ. 20.-21)
डॉ. भीमराव अम्बेडकर की एक किताब है- अछूत कौन और कैसे?। मैंने मूल अंगेजी से उसका हिन्दी अनुवाद किया। उसमें याज्ञिकों द्वारा गोवध किए जाने की बात लिखी है। मैंने लखनऊ विश्वद्यिालय के संस्कृत विभाग के अध्यक्ष और अपने मित्र डॉ. सत्यव्रत से पूछा-
‘‘क्या यह सब कुछ तुम्हारे ग्रंथों में है?’’
‘‘जी हॉं ! किन्तु पढ़ाते समय हम यह सब छोड़ जाते हैं।’’
(स्रोत- भदन्त आनन्द कोसल्यायनः वेद से मार्क्स तक, पृ. 20.-21)
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