परं भाव
(दूजा-भाव)
खगानि न परं-भाव
(पक्षियों में दूजा-भाव नहीं होता)
कदा अस्मिं द्वारे निसीदि
(कभी इस द्वार पर बैठे)
कदा तस्मिं द्वारे
(कभी उस द्वार पर)
अनुवादक- अ. ला. ऊके
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