आओ, भगवा वाणी और हमारे पूर्वजों की भाषा पालि सीखें-
भोजन सुत्तं
"भिक्खुओ! भोजन का दान देने वाला दायक, ग्रहण करने वाले को चार चीजों का दान करता है।
"भोजनं भिक्खवे! ददमानो दायको, पटिग्गाहकानं चत्तारी ठानानि देति।
किन चार चीजों का ?
कतमानि चतारि ?
आयु का दान करता है, वर्ण का दान करता है,
आयुं देति, वण्णं देति
सुख का दान करता है तथा बल का दान करता है(अंगुत्तर निकाय भाग 2: चतुक्क निपात )।
सुखं देति, बलं देति।
भोजन सुत्तं
"भिक्खुओ! भोजन का दान देने वाला दायक, ग्रहण करने वाले को चार चीजों का दान करता है।
"भोजनं भिक्खवे! ददमानो दायको, पटिग्गाहकानं चत्तारी ठानानि देति।
किन चार चीजों का ?
कतमानि चतारि ?
आयु का दान करता है, वर्ण का दान करता है,
आयुं देति, वण्णं देति
सुख का दान करता है तथा बल का दान करता है(अंगुत्तर निकाय भाग 2: चतुक्क निपात )।
सुखं देति, बलं देति।
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