Amrit Ukey
Wednesday, August 14, 2019
प्राणी प्रकृति से निर्मल
सामान्य धारणा है कि आदमी स्वभावत: बुरा है। किन्तु बौद्ध दर्शन की मान्यता इससे भिन्न है. बौद्ध धम्म ग्रन्थ में कहा गया है- "अथ दोसा आगन्तुका, सत्ता पकतिया पेसला।" अर्थात दोष बाह्य आगन्तुक है और प्राणी प्रकृति से निर्मल हैं(बोधिचर्यावतार )।
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