पिय सुत्त
"भिक्खुओ! जिस भिक्खु में ये पांच बातें होती है, वह सह-आवासिक और उपासकों को प्रिय होता है।
पञ्चहि भिक्खवे! धम्मेहि समन्नागतो भिक्खु सह-आवासिका च उपासकानं पियो होति।
कौन-सी पांच बातें ?
कतमेहि पंचेहि ?
1. पिय भाषी होता है।
पिय भासिता होति।
2 . प्रातिमोक्ष के नियमों का पालन करने वाला होता है।a
पातिमोक्ख संवर सवुत्तो विहरति।
3. छोटे-से दोष में भी भय मानने वाला होता है।
अणुमत्तेसु वज्जेसु भय दस्सावी होति।
4. आश्रवों को क्षय करने वाला होता है।
आसवानं खया होति।
5. धम्म को अर्थ, व्यंजन सहित समझने वाला होता है।
धम्मस्स सात्थ सव्यंजनं परियापुणावी होति (अ. नि. भाग-2 : पंचक निपात) ।
"भिक्खुओ! जिस भिक्खु में ये पांच बातें होती है, वह सह-आवासिक और उपासकों को प्रिय होता है।
पञ्चहि भिक्खवे! धम्मेहि समन्नागतो भिक्खु सह-आवासिका च उपासकानं पियो होति।
कौन-सी पांच बातें ?
कतमेहि पंचेहि ?
1. पिय भाषी होता है।
पिय भासिता होति।
2 . प्रातिमोक्ष के नियमों का पालन करने वाला होता है।a
पातिमोक्ख संवर सवुत्तो विहरति।
3. छोटे-से दोष में भी भय मानने वाला होता है।
अणुमत्तेसु वज्जेसु भय दस्सावी होति।
4. आश्रवों को क्षय करने वाला होता है।
आसवानं खया होति।
5. धम्म को अर्थ, व्यंजन सहित समझने वाला होता है।
धम्मस्स सात्थ सव्यंजनं परियापुणावी होति (अ. नि. भाग-2 : पंचक निपात) ।
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