मैच फिक्सिंग
"देश हो या राष्ट्र; जमीन के टुकड़ों से नहीं लोगों के दिलों को जोड़ने से बनता है." - काश कि यह 'बुद्धवचन' ट्विटर पर न लिख कर राहुल गाँधी ने संसद में बोला होता. मौका भी था और अपेक्षा भी थी. रविशकुमार के शब्दों में, राहुल बुरी तरह चुक गए. अमित साह धड़ाधड दिए जा रहे थे और विपक्ष दिग्भ्रमित-सा बगले झांक रहा था, मानो क्रिकेट की तरह 'मैच फिक्स' हो.
"देश हो या राष्ट्र; जमीन के टुकड़ों से नहीं लोगों के दिलों को जोड़ने से बनता है." - काश कि यह 'बुद्धवचन' ट्विटर पर न लिख कर राहुल गाँधी ने संसद में बोला होता. मौका भी था और अपेक्षा भी थी. रविशकुमार के शब्दों में, राहुल बुरी तरह चुक गए. अमित साह धड़ाधड दिए जा रहे थे और विपक्ष दिग्भ्रमित-सा बगले झांक रहा था, मानो क्रिकेट की तरह 'मैच फिक्स' हो.
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